बदलती हुई सांस्कृतिक परंपराएँ
- 44वीं से 6वीं शताब्दी तक एक विशेष प्रकार की नगरीय संस्कृति विकसित हो रही थी।
- इसी समय मुद्रण आविष्कार से छपी पुस्तकें दूर-दराज नगरों व देशो मे बड़ी संख्या में और कम कीमत पर उपलब्ध होने लगी।
- पुनर्जागरण (Renascence) का शाब्दिक अर्थ पुनर्जन्म, हिन्दी पुनर्जागरण शब्द का प्रयोग किया गया।
- इटली में सर्वप्रथम मानवतावादी विषयों इतिहास, नीति दर्शन, अलंकार शास्त्र, कविता और व्याकरण विषयों का अध्ययन आरम्भ किया।
- मानवतावादी लोगों का तर्क था कि "मध्य युग" में चर्च ने लोगों की सोच को इस तरह जकड़ कर रखा था कि यूनान और रोमन वासियों का समस्त ज्ञान उनके दिमाग से निकल चुका था।
- बेल्जियम मूल के एन्ड्रयूज वेसेलियस (1514-1564) पादुआ विश्व विद्यालय में आयुर्वज्ञान के प्रोफेसर थे वे पहले व्यक्त थे जिन्होंने सू्षम परीक्षणों के लिये मानव शरीर की चीर फाड़ प्रारम्भ की।
- मानवतावाद में अच्छे व्यवहार विनग्रता से बोलने पहनावे और मानसिक दक्षता पर अधिक बल दिया।
- औरतों को समाज में अपनी पहचान बनाने के लिये अधिक आर्थिक स्वायत्ता सम्पत्ति और शिक्षा मिलनी चाहिए।
- मार्टिन लूथर के समकालीन को कोपरनिक्स (1473-1543) ने खोजकर बताया कि पृथ्वी सहित सारे ग्रह सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं
- लियोनार्डो द विन्सी एक चर्चित कलाकार था। इसकी अभिरूचि वनस्पति विज्ञान, शरीर रचना विज्ञान से लेकर गणित शास्त्र और कला तक विस्तृत थी इन्होंने ही मोना लीसा और दी लास्ट सपर जैसे चित्रों की रचना की थी।
- जर्मन निवासी जोहानेस मुटेन बर्ग ने सबसे पहले छापे खाने का आविष्कार किया उसने सर्वप्रथम बाईबल की 50 प्रतियाँ छापी।
- इंग्लैंड के शासकों ने रोम के पोष से सम्बन्ध तोड़कर वे इंग्लैंड के चर्च के प्रमुख बन गए थे।
- ईसाई धर्म के अन्तर्गत मतभेद पाप स्वीकारोक्ति दस्तावेज की आलोचना, चर्च द्वारा लगाये गय नए करो का विरोध। कैथोलिक चर्च ने भी अनेक सुधार किये सादे जीवन और निर्धनों की सेवा पर जोर दिया।
- गैलीलियों इटली का एक महान वैज्ञानिक था उसने दूरबीन यन्त्र का आविष्कार किया और खगोल शास् के अनेक तथ्यों और रहस्यों का पता लगाया।
- रेशम मार्ग की खोज से इटली के नगर अनेक स्वतंत्र नगर राज्यों के समूह के रूप में अपने आप को देखने लगे।
- निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों का उदभवा
- बाइज़ेंटाइन साम्राज्य और इस्लामी देश तथा बारहवीं शताब्दी में मंगोलों और चीन के बीच व्यापार बढ़ने से इटली के नगरों का मुख्य रूप से पुनरूत्थाना
- स्पेन में प्रोटैस्टेट लोगों से संघर्ष करने के लिए इग्नेशियस लोयोला ने सन् 1540 ई. में 'सोसाइटी ऑफ जीसस' नामक संस्था का स्थापना की।
- अरबों ने प्लेटो को अफलातून और एरिस्टोटल को अरस्तु कहा था।
- मानवता वादी मानते थे कि मनुष्य को ईश्वर ने बनाया है, लेकिन उसे अपना जीवन मुक्त रूप से चलाने की पूरी आजादी है, मनुष्य को अपनी खुशी इसी विश्व में वर्तमान में ही ढूँढ़नी चाहिए।
- चौदहवीं से सत्रहवीं शताब्दी के अंत तक यूरोपीय देशों में नगरों की तादाद में भारी वृद्धि हो रही थी। एक विशेष प्रकार की "नगरीय संस्कृति' का विकास हो रहा था।
- फ्लोरेंस, वेनिस और रोम-कला विद्या के केंद्र बन गए। अमीर और अभिजात वर्ग के लोग कलाकारों और लेखकों के आश्रयदाता थे।
- तत्कालीन युग में मुद्रण के आविष्कार से लोगों को दूर स्थित नगरों या देशों से प्रकाशित होने वाली पुस्तकें उपलब्ध होने लगीं। यूरोप में इतिहास की समझ विकसित होने लगी और लोग अपने 'आधुनिक विश्व' की तुलना यूनानी व रोमन 'प्रचीन दुनिया' से करने लगे थे।
- पश्चिम रोम साम्राज्य के पतन के पश्चात इटली के राजनैतिक और सांस्कृतिक केंद्र नष्ट हो गए।
- बारहवीं सदी से जब मंगोलों ने चीन के साथ रेशम व्यापार शुरू किया तो पश्चिमी यूरोपीय देशों के व्यापार को बढ़ावा मिला।
- अत्येक व्यक्ति अपनी इच्छानुसार धर्म चुन सकता था। नवीन भौगोलिक ज्ञान ने इस विचार को पलट दिया कि भूमध्यसागर विश्व की धुरी है।
- यूरोप में सर्वप्रथम विश्वविद्यालय इटली के शहरों में स्थापित हुए। ग्यारहवीं शताब्दी से पादुआ और बोलोनिया (Bologna) विश्वविद्यालय विधिशास्त्र के प्रमुख अध्ययन केंद्र रहे। मानवतावाद का जन्म भी इसी युग में हुआ।
- रोमन साम्राज्य के पतन के बाद यूरोप में अंधकार युग की शुरुआत हुई और चौदहवीं शताब्दी के बाद यूरोप महाद्वीप में एक नए युग का सूत्रपात हुआ। मानवतावादियों ने आधुनिक शब्द का प्रयोग पंद्रहवीं शताब्दी से शुरू होने वाले काल के लिए
- किया।
- फ्लोरेंस के मानवतावादी जोवान्ने पिको देल्ला मिरांदोला (Giovanni Pico della Mirondola 1463-94) है ऑन दि डिगनिटी ऑफ मैन (1486) नामक पुस्तक में वाद-विवाद की चर्चा की।
- अरबी भाषा में प्लेटो, अफ़लातून और एरिस्टोटिल, अरस्तू नाम से अभिहित किए जाते थे।
- स्पेन के अरबी दार्शनिक इब्न रूश्द (लातिनी में अविरोज 1126-98) ने दार्शनिक ज्ञान (फैलसुफ़) और धार्मिक विश्वासों के मध्य रहे तनावों को सुलझाने का प्रयास किया।
- बेल्जियम मूल के आड़ीयस वेसेलियस (Andreas Vesalius, 1514-1564) पादुआ विश्वविद्यालय में आयुर्विज्ञान के आध्यापक थे। ये ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने सूक्ष्म परीक्षण के लिए मनुष्य के शरीर की चीड़-फाड़ (dissection) की। तत्कालीन समय में ही शरीर-क्रिया विज्ञान (Physiology) की शुरुआत हुई।
- लियोनाडों दा विन्ची (Leonardo da Vinci, 1452-1519) एक चर्चित कलाकार थे। उनकी अभिरुचि वनस्पति विज्ञान और शरीर रचना विज्ञान से लेकर गणित शास्त्र और कला तक विस्तृत थी। उन्होंने 'मोना लीसा' और 'द लास्ट सपर' जैसे चित्रों की रचना की।
- शरीर विज्ञान, रेखागणित, भौतिकी और सौंदर्य की उत्कृष्ट भावना ने इतालवी कला को नया रूप दिया जिसे बाद में यथार्थवाद (realism) कहा गया। यथार्थवाद की यह परंपरा उन्नीसवीं शताब्दी तक चलती रही।
- पंद्रहवीं शताब्दी में रोम नगर भव्य रूप से पुनर्जीवित हो उठा। 47 से पोष राजनैतिक दृष्टि से शक्तिशाली बन गए क्योंकि 1378 से दो प्रतिस्पर्धा पोष के निर्वाचन से जन्मी दुर्बलता का अंत हो गया था।
- सन् 1455 में जर्मन मूल के जोहानेस गूटेनवर्ग (Johnennes Gutenberg 1400-58) ने छापेखाने का आविष्कार किया। उनके छापेखाने में बाइबिल की 150 प्रतियाँ छपी।
- शताब्दी के अंत से इटली की मानवतावादी संस्कृति के आल्प्स (Alps) पर्वत के पार बहुत तीव्र गति से फैलने के प्रमुख कारण वहाँ पर छपी हुई पुस्तकों का वितरण था।
- वेनिस के मानवतावादी फ्रेन्चेस्को बरबारो (Francesco Barbaro, 1890-1454) ने अपनी पुस्तिका में संपत्ति अधिग्रहण करने के क्रियाकलाप को विशेष गुण कहकर उसकी तरफ़दारी की।
- ईसाई मानवतावादी इंग्लैंड के टॉमस मोर (Thomas More, 1478-1535) और हालैंड के इरेस्मस (Erasmus, 466-536) की मान्यता थी कि चर्च एक लालची और साधारण लोगों से बात-बात पर लूट-खसोट करने वाली संस्था बन गई है।
- सन् 1517 में एक जर्मन युवा भिक्ष मार्टिन लूथर (Martin Luther, 1483-1546) ने कैथोलिक चर्च के विरुद्ध अभियान छेड़ा। इस अभियान को प्रोटैस्टेंट सुधारवाद का नाम दिया गया। लूथर ने आमूल परिवर्तनवाद (Radicalism) का समर्थन नहीं किया।
- स्पेन में, प्रोटैस्टेंट लोगों से संघर्ष करने के लिए इग्नेशियस लोयोला (Ignatius Loyala) ने 1540 में 'सोसायटी ऑफ 'जीसस' नामक संस्था की स्थापना की। उनके अनुयायी जेसुइट कहलाते थे।
- मॉर्टिन लूथर के समकालीन कोपरनिकस (1473-1543) ने यह घोषणा की कि पृथ्वी सहित सारे ग्रह सूर्य के चारों ओर घूमते हैं। कोपरनिकस एक निष्ठावान ईसाई था। (Johnannes Kepler, 1571-1630) तथा गैलिलियों गैलिली (Galileo Galilei, 1564-1642) ने अपने लेखों द्वारा 'स्वर्ग' और 'पृथ्वी' के अंतर को समाप्त कर दिया।
- विज्ञान की इस क्रांति ने न्यूटन के गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत के साथ अपनी पराकाष्ठा की ऊँचाई को प्राप्त कर लिया।
Question
Question 1 : यूरोप में पुनर्जागरण का प्रारम्भ किस देश में हुआ?
1. इंग्लैण्ड
2. जर्मनी
3. फ्रांस
4. इटली
Answer
Correct Anaswer : 4
Explanation:
इटली
1208
Question 2 : ‘दि प्रिन्स' ग्रन्थ का लेखक था
1. दान्ते
2. सर्वेण्टीज
3. मैकियावली
4. बुकेशियो
Answer
Correct Anaswer : 3
Explanation:
मैकियावली
1209
Question 3 : टॉमस मूर ने कौन-सी पुस्तक लिखी?
1. यूटोपिया
2. मोनार्कियो
3. हेमलेट
4. दि प्रिन्स
Answer
Correct Anaswer : 1
Explanation:
यूटोपिया
1210
Question 4 : नई दुनिया की खोज किसने की थी
1. वास्कोडिगामा
2. कोलम्बस
3. मैगलेन
4. पिजारो
Answer
Correct Anaswer : 2
Explanation:
कोलम्बस
1211
Question 5 : गुरुत्वाकर्षण के सिद्धान्त के प्रतिपादक थे
1. कोपरनिकस
2. न्यूटन
3. आर्किमिडीज
4. रोजर बेकन
Answer
Correct Anaswer : 2
Explanation:
न्यूटन
1212